दिल की बताईं सुन ले मेरे यार
तू ना समझे, बस यही है बहुत प्यार
मेरे दिल का राज़, बयां करना चाहती हूँ,
मेरी बातों में, तेरी मोहब्बत बसाना चाहती हूँ।
मेरी बातों में, तेरी मोहब्बत बसाना चाहती हूँ।
क्यों छुपाये है तू, ये प्यार का इज़हार,
सुन ले मेरी बातें, मैं बस धड़कन मैं रम जाऊँ
जियूँ या मरू बस तेरी ही रहूँ
तू सुन ले या ना सुने, मैं यह कहती रहूँ,
तेरे बिना, मेरा जीवन, अधूरा सा लगता है ।
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